हरियाणा सरकार युक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को भारत वापिस लाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी : मुख्यमंत्री मनोहर लाल
चण्डीगढ़, 24 फरवरी – मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने युक्रेन में मौजूदा तनाव को देखते हुए वहां फंसे प्रदेश के नागरिकों के परिजनों से आग्रह किया है कि वे आगे आएं और उनकी सुरक्षित वापसी के लिए सरकार को जानकारी दें । श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण समय है और हरियाणा सरकार विदेश मंत्रालय (भारत सरकार) के निकट सहयोग से अपने नागरिकों को भारत वापिस लाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज यहां गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि ‘‘मैं अपने साथी हरियाणवियों से भी अनुरोध करूंगा कि वे शांत रहें और घबराहट और चिंता से दूर रहें तथा संबंधित अधिकारियों के साथ अपने देश लौटने के लिए समन्वय स्थापित करें’’।
मुख्यमंत्री ने स्थिति की निगरानी और नियंत्रण के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार ने पहले ही विदेश मंत्रालय के तहत विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित कर लिया है और डॉ. आदर्श स्वाईका, संयुक्त सचिव, (यूरेशिया और सीएनवी एंड आई) के मार्गदर्शन में विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।
दिल्ली में स्थापित नियंत्रण कक्ष के संपर्क विवरण के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि दिल्ली में स्थापित नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर (+91 11 23012113), (+91 11 23014104), (+91 11 23017905) और 1800118797 (टोल फ्री) है तथा ईमेलः- situationroom@mea.gov.in है।
यूक्त्रेन में भारतीय दूतावास में हेल्पलाइन के संपर्क विवरण के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने बताया कि यूक्त्रेन में दूतावास में स्थापित हैल्पलाईन का फोन नंबर (+380 997300428) तथा (+380 997300483) है और ईमेलः- consv.kyiv@mea.gov.in हैं।
श्री मनोहर लाल ने बताया कि इसी तरह का नियंत्रण कक्ष हरियाणा में विदेश सहयोग विभाग के माध्यम से स्थापित किया गया है। भारत के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर का संपर्क विवरण देते हुए कहा उन्होंने बताया कि फोन नंबर (+91 9212314595 (केवल व्हाट्सएप) और ईमेल contactusatfcd@gmail.com पर प्रश्नों और शिकायतों को लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘हमें हरियाणा के चार परिवारो से सहायता के लिए पत्र मिला था जिसमें से एक परिवार की बेटी भारत आ चुकी है तथा शेष परिवारों की सहायता के लिए हमारी टीम लगातार उनके संपर्क में है।