पोखरण में हो रहा है नई तोप का ट्रायल, पहाड़ों पर तैनाती से कापेंगे दुश्मन
*DRDO* राजस्थान के पोखरण रेंज में 155×52 ATAGS को BEML के ऑर्मर्ड ट्रक पर लगाकर उसका परीक्षण कर रहा है. इस पूरे तोप को माउंटेड गन सिस्टम कहते हैं. सेना को ऐसे 800 से ज्यादा तोपों की जरूरत है. इस तोप की रेंज 45 किलोमीटर बताई जा रही है. यह हर मिनट 6 गोले दाग सकता है. यह 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार से चल सकता है.
*धनुष*… 155 mm/45 कैलिबर हॉवित्जर साल 2019 में भारतीय सेना में शामिल हुआ. यह बोफोर्स का स्वदेशी वर्जन है. फिलहाल सेना के पास 12 धनुष है. 114 का ऑर्डर है. डिलिवरी हो रही है. इसे चलाने के लिए 6 से 8 क्रू लगते हैं. गोले की रेंज 38 km है. बर्स्ट मोड में यह 15 सेकेंड में तीन राउंड दागता है और संस्टेंड मोड में 60 मिनट में 60 राउंड.
*एम-46 शारंग* … इस फील्ड गन के दो वैरिएंट्स है- 133 mm और 155 mm. भारत के पास ऐसे 1100 गन्स है. यह तीन रेट में फायर करता है. एम-46 शारंग … इस फील्ड गन के दो वैरिएंट्स है- 133 mm और 155 mm. भारत के पास ऐसे 1100 गन्स है. यह तीन रेट में फायर करता है.आमतौर पर एक मिनट में 6 राउंड. बर्स्ट मोड पर 8 और सस्टेंड मोड पर 5 राउंड. इसका गोला करीब एक km प्रतिघंटा की गति से दुश्मन की ओर बढ़ता है. रेंज 27.5 से 38 km तक है.
*के9-वज्र टी* … 155 मिलीमीटर की सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी. 100 तोप भारतीय सेना में तैनात हैं. 100 तोप और आ सकते हैं. गोले की रेंज 18 से 54 km है. इसका इस्तेमाल चीन के साथ हुए संघर्ष के दौरान भी किया गया था. इसमें 48 गोले स्टोर होते हैं. ऑपरेशनल रेंज 360 km और अधिकतम स्पीड 67 km प्रतिघंटा है।