सांस्कृतिक विविधता के साथ मनाई “गई राधा कृष्ण संग फूलों की होली”
लोकभद्र सिंह
गुरुग्राम, 12 मार्च
श्री गुरु गोबिंद सिंह ट्राईसेंटेनरी (एसजीटी) विश्वविद्यालय, गुरुग्राम, अपनी सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। एसजीटी विश्वविद्यालय में छात्रों की पहचान उसकी जाति, पंथ या धर्म से नहीं, बल्कि गुणों से होती है। यही कारण है कि भिन्न-भिन्न पृष्ठभूमि और संस्कृतियों के छात्र-छात्राएं इस विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई के लिए आते हैं। विश्वविद्यालय की यह सांस्कृतिक विविधता यहां आयोजित होने वाले त्योहारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के दौरान भी झलकती है। एसजीटी विश्वविद्यालय में मनाए जाने वाले विभिन्न त्योहारों में होली एक ऐसा त्यौहार है जिसे पुरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस बार भी विश्वविद्यालय में 12 मार्च को”राधा कृष्ण संग फूलों की होली”, कार्यक्रम मनाया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्यों को एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में स्टेज पर प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम के सफलता का श्रेय प्रतिबद्ध संकाय सदस्यों और छात्रों की एक टीम को जाता है जिसका नेतृत्व डीन, स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. विजय शर्मा द्वारा किया गया । जिनके कड़ी मेहनत और समर्पण इस कार्यक्रम को सफल बनाया इसके साथ ही पूरी टीम को दशमेश चैरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन श्रीमती मधुप्रीत कौर चावला और मैनेजिंग ट्रस्टी, श्री मनमोहन सिंह चावला का अपार समर्थन मिला जिन्होंने पूरी तैयारियों पर अपनी नजर बनाए रखी। इस वर्ष टीम के पास बहुत कम समय था क्योंकि ओमिक्रोन वायरस के कारण इस वर्ष के शुरुआती दिनों के दौरान कक्षाएं ऑनलाइन मोड पर संचालित की जा रही थी और उसके पश्चात छात्र अपने सेमेस्टर परीक्षाओं में भी व्यस्त रहें, बावजूद इसके इस कार्यक्रम का आयोजन पूरी सफलता के साथ किया गया।