छात्र नई परियोजनाओं के साथ आएंगे तो परिणाम जबरदस्त: प्रो. दिनेश सिंह

भास्कर मुखर्जी
गुरुग्राम, 7 अप्रैल

जब विभिन्न विभागों के छात्र अपने शिक्षकों के माध्यम से नई और नवीन परियोजनाओं के साथ आएंगे, तो जबरदस्त परिणाम सामने आएंगे, उक्त वाक्य प्रो. दिनेश सिंह, पूर्व कुलपति, दिल्ली विश्वविद्यालय, गुरुवार को एसजीटी यूनिवर्सिटी के फैकल्टी मेंबर्स के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र के दौरान कहा।

प्रो. सिंह वर्तमान में एसजीटी विश्वविद्यालय में क्लिक (सेंटर फॉर लेटरल इनोवेशन क्रिएटिविटी एंड नॉलेज) के निदेशक हैं।

प्रो. सिंह ने कहा कि वे दिन गए जब शिक्षक अपने छात्रों को ब्लैकबोर्ड पर पढ़ाते थे, लेकिन नए युग में, शिक्षकों को व्यावहारिक कार्यों के महत्व को समझना चाहिए, जिन्हें छात्रों की बेहतर समझ के लिए शामिल किया जाना चाहिए, और क्लिक यह सुनिश्चित करेगा कि छात्रों के प्रोजेक्ट को सही दिशा मिले।

प्रो. सिंह ने एसजीटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी मेंबर्स को कई उदाहरण दिए कि कैसे दिल्ली विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट के छात्रों को नवीन विचारों के साथ आने के लिए कहा गया था और कई विचारों को बहु-करोड़ परियोजनाओं के लिए चुना भी गया।

मुख्य वक्ता श्री नजीब जंग, दिल्ली के पूर्व- लेफ्टिनेंट गवर्नर (एलजी) ने कहा कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां एसजीटी विश्वविद्यालय काम कर सकता है। एक उदाहरण देते हुए श्री जंग ने कहा कि एसजीटी विश्वविद्यालय के पास कई जल निकाय हैं, और फैकल्टी मेंबर्स और छात्रों की मदद से वे वनस्पति, जीवन और ऐसे तालाबों के अन्य मापदंडों पर शोध कर सकते हैं, ताकि और अधिक जल के भीतर का जीवन पता लग सके। इसके लिए पानी के नीचे ड्रोन का उपयोग कर सकते हैं।

श्री नजीब जंग, प्रो. दिनेश सिंह और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रख्यात शोधकर्ता प्रो. मदन चतुर्वेदी ने संकाय सदस्यों के कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन पर अभी तक बहुत ज्यादा शोध नहीं हुए हैं उन क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए ताकि यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे बच्चों को और ज्यादा प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सके। उन्होंने कहा कि आज के वक्त में पढ़ाई के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज का होना बहुत ही जरूरी हो गया है क्योंकि जब कोई भी कंपनी किसी बच्चे को नौकरी देती है तो उक्त कंपनी यह भी देखती है की बच्चा कितनी प्रैक्टिकल नॉलेज लेकर आया है।

इस मौके पर प्रो. ओपी कालरा, कुलपति, एसजीटी विश्वविद्यालय, प्रो. विकास धवन, प्रो-कुलपति (अकादेमिक्स), प्रो. रजनीश वाधवा, डीन, एक्सटर्नल अफेयर्स, एसजीटी विश्वविद्यालय, और विभिन्न विभागों के फैकल्टी मेंबर्स उपस्थित थे।

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