स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरेे हरियाणा की मैपिंग करवाने का निर्णय लिया गया-स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज

एसजीटी टाइम्स रिपोर्टर

चण्डीगढ़, 17 फरवरी

 हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरेे हरियाणा की मैपिंग करवाने का निर्णय लिया गया है ताकि किसी भी जगह पर उनकी आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य विभाग को नंबर एक पर लाएंगे ।

श्री विज आज हिसार जिले के नारनौंद हलके तथा जींद में पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।

 उन्होंने कहा कि राज्य में जिन – जिन जगहों पर अस्पताल पीएचसी की जरूरत होगी उन्हें पूरा किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में लगभग 30 प्रतिशत ओपीडी हैं और अस्पतालों में कैथलैब लगाई गई है तथा शेष अस्पतालों में भी लगाने जा रहे हैं। इसके अलावा, पूरे प्रदेश में डायलिसिस सेवा को भी शुरू कर दिया गया है और कुछ शेष जिलों में जल्द ही ये सेवा चालू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एमआईआर, सीटी स्कैन, अल्ट्रासांउड की मशीनों के साथ-साथ आईसीयू भी बनाए गए हैं तथा वेंटिलेंटर की उपलब्धतता भी हर जिलें में मुहैया करवाई गई है।उन्होंने कहा कि हम हरियाणा में लगभग 1250 से अधिक डाक्टरों की भर्ती करने जा रहे हैं और  इन डाक्टरों की भर्ती होने के बाद राज्य में डाक्टरों की कमी नहीं रहेगी। इसके अलावा, डाक्टरों के स्पेशलिस्ट कॉडर को भी बनाया जा रहा है ताकि भर्ती ही स्पेशलिस्ट डाक्टर हों। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पर जिस-जिस स्पेशलिस्ट की जरूरत होगी उस संख्या से आगे स्पेशलिस्ट डाक्टर की भर्ती होगी।

राज्य मेें लॉ एंड आर्डर नियंत्रण में श्री विज ने कहा कि लॉ एंड आर्डर पूरी से नियंत्रण में है और हर व्यक्ति की फरियाद सुनी जाती है तथा जहां कहीं भी कार्यवाही की आवश्यकता होती है तो उसे किया जाता है। ड्रग्स के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि ड्रग्स के कारोबार को समाप्त करने के लिए हम पूरी तरह से लगे हुए हैं । उन्होंने कहा कि इसी दिशा में हरियाणा में नारकोटिक्स ब्यूरो का गठन किया गया है। स्कूल, अस्पताल या किसी इण्डट्रीज में जाना है तो वहां के ड्रैस कोड को मानना पडेगा। हिजाब के संबंध में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि हर आदमी को क्या भेषभूषा डालनी है, उसका अधिकार है, लेकिन अगर उसने स्कूल, अस्पताल या किसी इण्डट्रीज में जाना है तो वहां के ड्रैस कोड को मानना पडेगा।

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