भारत में गायब हुई ट्रेन, ढूंढते रहे चीन-रूस और अमेरिका, 43 साल बाद 3100 किमी दूर मिली
Reported by Harsh Kumar
एक बार फिर से भारत में एक अनोखी कहानी सामने आई है। भारतीय रेलवे की इस ट्रेन को गायब होने के 43 साल बाद अचानक 3100 किमी दूर एक स्टेशन पर मिला। इस कारनामे के पीछे छिपी कहानी इतनी दिलचस्प है कि वह एक रहस्य की तरह दिखती है।
“तिनसुकिया के जंगलों में छिपी इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल?”
एक ऐसी कहानी जो बना देती है भारत को गर्व करने लायक। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के सैटेलाइट्स ने तिनसुकिया के जंगलों में इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल के चित्र को कैद किया। इसके बाद, रूस और चीन ने इस रहस्य को सुलझाने के लिए अपने जासूसों को काम पर लगाया।
“गुम हुई ट्रेन की याद, 43 साल बाद दिखा रहा सच”
इस दिलचस्प कहानी में भारत के रेलवे इंजनियरों और कर्मचारियों की भूमिका है। एक बार जब बाढ़ ने तिनसुकिया को आवागमन किया, तब इस ट्रेन को भूल जाना एक स्वाभाविक प्रक्रिया बन गई। लेकिन 43 साल बाद, नासा के उपग्रहों के द्वारा किए गए चित्रण के बाद, यह ट्रेन फिर से सामने आई।
“भारतीय रेलवे की यह ट्रेन कहां से और कैसे गायब हुई थी?”
यह कहानी है भारतीय रेलवे की इंजनियरिंग की अद्वितीयता की। एक बार जब ट्रेन को तिनसुकिया तक पहुंचाया गया, तब बाढ़ की चपेट में आने से इसे भूल जाया गया। और फिर, समय के साथ, यह ट्रेन धीरे-धीरे झाड़ियों और जंगली जीवों के बीच गायब हो गई।
“उत्तरी फ्रंटियर रेलवे ने किया खुलासा”
आखिरकार, सच का सामना हुआ। जब नासा के सैटेलाइट्स ने तस्वीरें लीं, तो भारतीय रेलवे के अधिकारियों के लिए भी सचाई का सामना हो गया। यह ट्रेन वाकई में तिनसुकिया के जंगलों में छिपी हुई थी